1. हिंदी में संस्कृतिवाद का रूप है हिंदीजाति और हिंदीसंस्कृति । 2. यह सारा खेल बहुलतावादी संस्कृतिवाद के फ्रेमवर्क में चल रहा है। 3. भारतीय संस्कृतिवाद , आदि हर दृष्टि से हमारी यह दुकान-योजना परम ठोस थी। 4. यह मूलतः संस्कृतिवाद है और संस्कृतिवाद सामाजिक विभाजन को और भी बढ़ाता है। 5. यह मूलतः संस्कृतिवाद है और संस्कृतिवाद सामाजिक विभाजन को और भी बढ़ाता है। 6. हिंदीजाति और हिंदीसंस्कृति की अवधारणा के नाम पर प्रचलित संस्कृतिवाद और मार्क्सवाद में एक चीज साझा हैं। 7. मुक्ति या मूलगामी सामाजिक परिवर्तन को संस्कृतिवाद , हिंदजाति और हिंद संस्कृति के जरिए अपदस्थ करना चाहते हैं। 8. रोचक बात यह है वाम ने बहुलतावादी संस्कृतिवाद को तरजीह दी और फंडामेंटलिस्टों ने संस्कृति विशेष को तरजीह दी। 9. वाम आलोचना ने बहुलतावादी संस्कृतिवाद को खूब हवा दी है और रामविलास शर्मा भी हवा देने वालों में प्रमुख हैं। 10. नेशनेलटी को आधार बनाकर जब भी बात की जाएगी उसकी वैचारिक परिणति संस्कृतिवाद और सामाजिक विभाजन की ओर ले जाएगी।