1. ते सर्वगं सर्वतः प्राप्य धीरा युक्तामानः सर्वमेवाविशन्ति॥ ५ ॥ 2. ‘अंग समन्तं सर्वतः पृथ्वीं जयन्परीयायाश्वेन च मेध्येनेज [ 3. सर्वतः श्रुतिमल्लोके सर्वमावृत्य तिष्ठति ॥१३-१३॥4. ‘अंग समन्तं सर्वतः पृथ्वीं जयन्परीयायाश्वेन च मेध्येनेज इति। ':ऐतरेय ब्राह्मण-ण्ण्ण्९/८/२१,। 5. वह इस प्रकार है-“ चतुर्वर्णामपि वर्गाणां यत्र द्घराणि सर्वतः । 6. और फिर तो सारा जलमग्न दृश्य देखकर ' सर्वतः संप्लुतोदके' का स्मरण हो आता है। 7. संस्कृत में परीक्षा शब्द की व्युत्पत्ति है-' परितः सर्वतः , ईक्षणं-दर्शनम् एव परीक्षा। 8. जब बाढ़ आती है तभी सिर्फ ' सर्वतः संप्लुतोद के' जैसी स्थिति हो जाती है। 9. राष्ट्र की अस्मिता (संस्कृति, कला, साहित्य, भाषा) की रक्षा हेतु देशवासियों को सर्वतः सन्नद्ध रहना होगा। 10. वह अनादिवाला परमब्रह्म न सत् ही कहा जाता है, न असत् ही॥ 12 ॥ सर्वतः पाणिपादं तत्सर्वतोऽक्षिशिरोमुखम् ।