1. यह सिस्टोस्कोप की सहायता से की जाती है. 2. यह सिस्टोस्कोप की सहायता से की जाती है. 3. शल्य चिकित्सा कक्ष में रोगाणुमुक्त किया हुआ फ्लेक्सिबल सिस्टोस्कोप 4. उन्होंने अपनी पहली आर्थ्रोस्कोपी के लिए एक 7. 3 मिमी के सिस्टोस्कोप का प्रयोग किया. 5. उन्होंने अपनी पहली आर्थ्रोस्कोपी के लिए एक 7. 3 मिमी के सिस्टोस्कोप का प्रयोग किया. 6. सिस्टोस्कोप एक पेन्सिल की मोटाई से लेकर 9 मिली मीटर तक मोटे होते हैं तथा इनके अग्रभाग पर प्रकाश7. सिस्टोस्कॉपी दो प्रकार की होती हैं-फ्लेक्सिबल तथा रिजिड-यह सिस्टोस्कोप के लचीलेपन के अंतर पर आधारित होती है. 8. सिस्टोस्कॉपी दो प्रकार की होती हैं-फ्लेक्सिबल तथा रिजिड-यह सिस्टोस्कोप के लचीलेपन के अंतर पर आधारित होती है. 9. चिकित्सक सिस्टोस्कोप के अग्रभाग को धीरे से मूत्रमार्ग में प्रवेश करा कर इसे दिशा निर्देशित करते हुए मूत्राशय तक ले जाते हैं. 10. सिस्टोस्कोप एक पेन्सिल की मोटाई से लेकर 9 मिली मीटर तक मोटे होते हैं तथा इनके अग्रभाग पर प्रकाश स्रोत होता है.