1. पैसे का सुख, सुख नहीं सुखाभास है। 2. अज्ञानतावष वह दुःख को ही सुख मानता सुखाभास कर रहा है। 3. परन्तु माया की गोद में क्षणिक अस्थिर सुखाभास प्राप्त होता है । 4. विषयसुख भोगकर क्षणिक सुखाभास मिलता है लेकिन वह सुखाभास जीवन को अन्धकारमय कन्दरा में ही ले जाता है। 5. विषयसुख भोगकर क्षणिक सुखाभास मिलता है लेकिन वह सुखाभास जीवन को अन्धकारमय कन्दरा में ही ले जाता है। 6. अभी मन उसकी ओर उन्मुख न होकर, बाहर भटक रहा है और सुखाभास को सुख समझ रहा है। 7. ये भोग शरीर तक ही सुखाभास देंगे, फिर जन्म-मरण के चक्कर में जाना पड़ेगा, नालियों में कीड़ा होकर बहना पड़ेगा। 8. ये भोग शरीर तक ही सुखाभास देंगे, फिर जन्म-मरण के चक्कर में जाना पड़ेगा, नालियों में कीड़ा होकर बहना पड़ेगा। 9. अब बारी बारी से इनके दिमाग को इलेक्त्रोनी तरीके से उद्दीप्त (स्तिम्युलेट) किया गया ताकि इन्हें सुखाभास हो सके । 10. आत्मानंदरूपी सूर्य के उदय होने के बाद मिट्टी के तेल के दीये के प्राकाश रूपी शूद्र सुखाभास की गुलामी कौन करे?