1. इस इच्छा में विवेंफद्रीकरण, स्थानिकीकरण , बाजारमुक्ति और विविधीकरण का स्वाभाविक समावेश होगा। 2. इसके लिए भारत को विवेंफद्रीकरण, स्थानिकीकरण , बाजारमुक्ति और विविधीकरण की ओर अग्रसर होना होगा। 3. विविधीकरण और स्थानिकीकरण इसकी प्रक्रिया का हिस्सा होगी विकास की समझ बदलने से पैमाने भी बदलेंगे। 4. विकेन्द्रीकरण, विविधीकरण, स्थानिकीकरण की अवधारणा को समाज व्यवस्था की निरंतरता एवं गतिशीलता के लिए आवश्यक समझा गया। 5. ये भूवैज्ञानिक प्रक्रियाएं धीरे-धीरे भौतिक वातावरण के ढाँचे को परिवर्तित करती हैं, और प्रजातीकरण और स्थानिकीकरण को बढ़ाती हैं. 6. विकेन्द्रीकरण, विविधीकरण, स्थानिकीकरण की अवधारणा को समाज व्यवस्था की निरंतरता एवं गतिशीलता के लिए आवश्यक समझा गया। 7. कई मामलों में तो उत्पादों की अंतर्राष्ट्रीय स्वीकृति और सफलता के लिए स्थानिकीकरण एक मुख्य कारक साबित हुआ है। 8. [5] ये भूवैज्ञानिक प्रक्रियाएं धीरे-धीरे भौतिक वातावरण के ढाँचे को परिवर्तित करती हैं, और प्रजातीकरण और स्थानिकीकरण को बढ़ाती हैं. 9. इन विकृतियों का सामना करने के लिए हमें फिर से स्थानिकीकरण को आधार बनाकर ' हमारा जिला-हमारी दुनिया' का मूलमंत्र लेकर आगे बढ़ना होगा। 10. इसलिए सही सोच के साथ इस अस्वस्थ भूमंडलीकरण प्रक्रिया की काट हमें विकेन्द्रीकरण, विविधीकरण, बाजारमुक्ति एवं स्थानिकीकरण के रूप में विकसित करनी होगी।