1. अश्क को प्लूरिसी क्कतपेदिक का एक रूपत्र् थी। 2. फुप्फुसावरण शोथ अर्थात प्लूरिसी में फुप्फसों के आवरण में शोथ की उत्पत्ति होती हैं। 3. 6. हल्की, आधी दबी हुई कष्टदायी खांसी: ऐसी खांसी शुष्क प्लूरिसी में होती है। 4. 6. हल्की, आधी दबी हुई कष्टदायी खांसी: ऐसी खांसी शुष्क प्लूरिसी में होती है। 5. इससे विशेष रूप से निमोनिया और प्लूरिसी आदि रोगों में बहुत अधिक लाभ मिलता है। 6. प्लूरिसी (फुफ्फुसआवरणशोथ): प्रेडनिसोलोन की 20 से 40 मिलीग्राम खुराक 4 से 8 सप्ताह के लिए.7. 4. प्लूरा के रोग, प्लूरिसी , एमपायमा आदि रोग होने से खाँसी होती है। 8. क्षय रोग की प्रथम-द्वितिय स्टेज, प्लूरिसी , फेफड़ों की दुर्बलता और शारीरिक दौब्ाüल्यनाशक योग है। 9. अल्ज़ाइमर · ऑटिज़्म · प्रोजेरिया · गंज · प्लूरिसी · मधुमेह · सीज़ोफ़्रेनिया · डेंगू · 10. इस झिल्ली में विकार उत्पन्न होने पर इसमें शोथ हो जाता है जिसे प्लूरिसी नामक रोग होना कहते हैं।